Motivational Story in Hindi – एक किसान का सपना
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एक किसान का सपना |
जब एक साधारण आदमी ने असंभव को संभव कर दिखाया।
रमेश एक गरीब किसान का बेटा था। उसके पिता खेत में मजदूरी करते थे, और घर में दो वक्त की रोटी भी मुश्किल से नसीब होती थी। एक दिन, रमेश ने अपने पिता से पूछा, "पिताजी, हम हमेशा गरीब क्यों हैं? क्या हम कभी अमीर नहीं बन सकते?"
उसके पिता ने उदास होकर जवाब दिया, "बेटा, हमारी किस्मत में यही लिखा है। गरीब का बेटा गरीब ही रहता है।"
लेकिन रमेश के मन में एक जूनून जगा – "मैं अपनी किस्मत खुद लिखूंगा!"
यही Motivational Story in Hindi आपको सिखाएगी कि कैसे एक साधारण लड़के ने अपनी मेहनत और हिम्मत से असंभव को संभव कर दिखाया।
पहला पाठ – सपने देखना कोई अपराध नहीं
रमेश ने सोचा, "अगर मैं पढ़-लिख जाऊं, तो शायद अपनी जिंदगी बदल सकूं।" लेकिन उसके गाँव में कोई स्कूल नहीं था। नजदीकी स्कूल 10 किलोमीटर दूर था। हर दिन 20 किलोमीटर पैदल चलकर जाना असंभव सा लगता था।
फिर भी, रमेश ने हार नहीं मानी। वह रोज सुबह 4 बजे उठता, घर के काम निपटाता और फिर दौड़कर स्कूल जाता। शाम को वापस आकर खेत में काम करता। उसकी मेहनत रंग लाई और वह कक्षा में हमेशा प्रथम आता।
Motivational Story in Hindi का यह पहला सबक है – "अगर आपमें जुनून है, तो कोई भी मुश्किल आपको रोक नहीं सकती।"
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दूसरा पाठ – असफलता ही सफलता की सीढ़ी है
रमेश ने 12वीं में अच्छे नंबरों से पास की और कॉलेज जाने का सपना देखा। लेकिन पैसों की कमी के कारण उसे लगा कि अब सपना टूट जाएगा।
एक दिन उसने सुना कि सरकारी छात्रवृत्ति मिल सकती है। उसने फॉर्म भरा, लेकिन पहली बार में रिजेक्ट हो गया। दूसरी बार भी असफलता मिली। लोगों ने कहा, "छोड़ दे, तेरी किस्मत में ये नहीं है।"लेकिन रमेश ने तीसरी बार कोशिश की और सफल हो गया!
Motivational Story in Hindi का दूसरा सबक – "असफलता अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है।"
तीसरा पाठ – मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती
कॉलेज में रमेश ने कंप्यूटर साइंस पढ़ी। वह दिन में पढ़ता और रात को पार्ट-टाइम जॉब करता। कई बार भूखे पेट सोना पड़ा, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी।
धीरे-धीरे उसने एक छोटी सॉफ्टवेयर कंपनी शुरू की। शुरुआत में कोई काम नहीं मिला, लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी। आज उसकी कंपनी देश की टॉप आईटी कंपनियों में से एक है।
Motivational Story in Hindi का तीसरा सबक – "मेहनत और लगन से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।"
चौथा पाठ – दूसरों की मदद करो, खुशियाँ बाँटो
आज रमेश एक सफल बिजनेसमैन है, लेकिन वह अपने गाँव को नहीं भूला। उसने वहाँ एक स्कूल बनवाया, जहाँ गरीब बच्चे मुफ्त में पढ़ सकते हैं।
एक इंटरव्यू में उसने कहा, "सफलता तब सार्थक होती है, जब आप दूसरों की जिंदगी बदल सकें।"
Motivational Story in Hindi का चौथा सबक – "जितना अधिक आप देते हैं, उतना ही अधिक आप पाते हैं।"
अंतिम पाठ – आपकी कहानी भी बदल सकती है!
रमेश की कहानी हमें सिखाती है कि "जीवन में बड़ा बदलाव लाने के लिए बड़े सपने देखने चाहिए और उन्हें पूरा करने के लिए जी-जान से मेहनत करनी चाहिए।"
अगर आप भी अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं, तो आज से ही शुरुआत कर दीजिए। "Motivational Story in Hindi" पढ़कर आपको प्रेरणा मिली होगी, लेकिन असली जादू तब होगा जब आप कर्म करेंगे!
याद रखें – आपकी मेहनत, आपका जुनून और आपका विश्वास ही आपको सफलता दिला सकता है!
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