पंचायती राज व्यवस्था - Panchayati Raj System Notes in Hindi
भारत में पंचायती राज व्यवस्था (Panchayati Raj System) स्थानीय स्वशासन की महत्वपूर्ण प्रणाली है, जिसे 73वें संविधान संशोधन (1992) द्वारा संवैधानिक दर्जा मिला। इस नोट्स में पंचायती राज का इतिहास, संरचना (ग्राम पंचायत, पंचायत समिति, जिला परिषद), 73वें संशोधन के प्रावधान, कार्य एवं शक्तियाँ, आरक्षण नीति, और महत्वपूर्ण तथ्य शामिल हैं। बलवंत राय मेहता समिति (1957), राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस (24 अप्रैल), और पंचायती राज से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs) भी दिए गए हैं। यह नोट्स UPSC, SSC, राज्य PSC, ADEO और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी है। अधिक जानने के लिए पढ़ें!"
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पंचायती राज व्यवस्था - Panchayati Raj System Notes in Hindi |
पंचायती राज व्यवस्था - सम्पूर्ण जानकारी (Panchayati Raj System - Complete Guide)
पंचायती राज क्या है? (What is Panchayati Raj?)
पंचायती राज भारत में स्थानीय स्वशासन की एक प्रणाली है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में लोकतंत्र को मजबूत करना और विकास को जमीनी स्तर तक पहुँचाना है। यह संविधान के 73वें संशोधन अधिनियम, 1992 द्वारा संवैधानिक दर्जा प्राप्त है।
पंचायती राज का इतिहास (History of Panchayati Raj)
- प्राचीन काल: ग्राम पंचायतों का उल्लेख मनुस्मृति, अर्थशास्त्र और महाभारत में मिलता है।
- ब्रिटिश काल: लॉर्ड रिपन (1882) ने स्थानीय स्वशासन की नींव रखी।
स्वतंत्रता के बाद:
- बलवंत राय मेहता समिति (1957) ने तीन-स्तरीय पंचायती राज (ग्राम पंचायत, पंचायत समिति, जिला परिषद) की सिफारिश की।
- 73वां संवैधानिक संशोधन (1992): पंचायती राज को संवैधानिक दर्जा मिला।
पंचायती राज की संरचना (Structure of Panchayati Raj)
- ग्राम पंचायत (Gram Panchayat) – गाँव स्तर पर
- पंचायत समिति (Panchayat Samiti) – ब्लॉक/तहसील स्तर पर
- जिला परिषद (Zila Parishad) – जिला स्तर पर
73वां संवैधानिक संशोधन (73rd Constitutional Amendment)
- अनुच्छेद 243 (A-G): पंचायतों को संवैधानिक मान्यता।
- मुख्य प्रावधान:
- तीन-स्तरीय व्यवस्था (ग्राम, ब्लॉक, जिला)
- नियमित चुनाव (हर 5 साल में)
- आरक्षण (SC/ST, महिलाओं के लिए 33%)
- राज्य वित्त आयोग (SFC) का गठन
पंचायती राज के कार्य एवं शक्तियाँ (Functions & Powers)
- विकासात्मक कार्य: शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क निर्माण
- प्रशासनिक कार्य: जन्म-मृत्यु रजिस्ट्रेशन, कर वसूली
- वित्तीय शक्तियाँ: स्थानीय कर लगाना, राज्य सरकार से अनुदान प्राप्त करना
पंचायती राज से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य (Important Facts)
- राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस: 24 अप्रैल
- पहली पंचायत: 2 अक्टूबर 1959 (राजस्थान, नागौर)
- सर्वश्रेष्ठ पंचायत राज्य: केरल, कर्नाटक
पंचायती राज पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1. पंचायती राज का जनक किसे कहा जाता है?
→ बलवंत राय मेहता
Q2. 73वां संशोधन कब लागू हुआ?
→ 24 अप्रैल 1993
Q3. पंचायती राज का मुख्य उद्देश्य क्या है?
→ स्थानीय स्वशासन और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना।
निष्कर्ष (Conclusion)
पंचायती राज व्यवस्था भारत के लोकतंत्र की मजबूत नींव है, जो ग्रामीण विकास और सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह नोट्स UPSC, State PSC, SSC, ADEO और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी हैं।