प्रिंटर के आविष्कार ने इलेक्ट्रॉनिक जगत में क्रांति कारी परिवर्तन ला दिया है। आधुनिक युग मे इसका बहुतायत प्रयोग होरहा है। यह एक ऐसी युक्ति है जो सॉफ्ट कॉपी या डॉक्यूमेंट को हार्डकॉपी में कुछ हीं सेकेण्ड में परिवर्तित कर देता है । इसे स्मार्टफोन के द्वारा भी कंट्रोल किया जा सकता है। इस लेख में आप जानेंगे प्रिंटर क्या है?प्रिंटर कितने प्रकार का होता है?Printer कैसे काम करता है? 3D प्रिंटर क्या है?
प्रिंटर एक प्रकार का आउटपुट युक्ति है जिसका प्रयोग करके कंप्यूटर से प्राप्त
डिजिटल डाटा और सूचना को किसी कागज पर प्रिंट करने के लिए किया जाता
है।
यह प्रिंटर ब्लैक और वाइट के साथ-साथ कलर डॉक्यूमेंट को भी प्रिंट कर सकता है
किसी भी प्रिंटर की क्वालिटी उसकी प्रिंटिंग की क्वालिटी पर निर्भर करती है
कहने का मतलब है की जितनी अच्छी प्रिंटिंग क्वालिटी होगी वह प्रिंटर उतना ही
अच्छा माना जाएगा।
यदि किसी प्रिंटर की गति मापने है तो उसे
इसका मतलब है की किसी पेपर पर 1 इंच में जितने ज्यादा से ज्यादा बिंदु
होंगे प्रिंटर उतनी ही अच्छी क्वालिटी की मानी जाती है।
आधुनिक युग में वायरलेस प्रिंटर का चलन बढ़ गया है क्योंकि इसमें तारों के
द्वारा कनेक्शन करने की झंझट नहीं होती है। इसे हम अपने स्मार्टफोन के द्वारा
भी कंट्रोल कर सकते हैं और प्रिंट आउट प्राप्त कर सकते हैं।
प्रिंटर एक आउट पूरी होती है जो सॉफ्ट कॉपी टेक्स्ट इमेज ग्राफिक आदि को
हार्ड कॉपी के रूप में कन्वर्ट कर देता है।
प्रिंटिंग सुविधा की दृष्टि से प्रिंटर को दो भागों में विभाजित किया गया है
पहला इंपैक्ट प्रिंटर और दूसरा नॉन इंपैक्ट प्रिंटर इन दोनों प्रिंटर ओं का
विश्लेषण करने के पश्चात इन दोनों प्रिंटर के मध्य अंतर को ज्ञात किया जा सकता
है।
पहला इंपैक्ट प्रिंटर (Impact Printer)
दूसरा नॉन इंपैक्ट प्रिंटर(Non-impact Printer)
इंपैक्ट प्रिंटर टाइपराइटर की तरह कार्य करता है। इसमें अक्षर को छापने के लिए
छोटे-छोटे पिन या हैमर्स लगे होते हैं, इन तीनों पर अक्षर बने होते
हैं।
स्याही से लगे हुए रिबन के बाद पेपर पर प्रहार करते हैं जिससे अक्षर पेपर पर
छप जाता है ।
इंपैक्ट प्रिंटर एक बार में केवल एक कैरेक्टर या एक लाइन को प्रिंट कर
सकता है। इस प्रकार के प्रिंटर ज्यादा अच्छी क्वालिटी के प्रिंटिंग नहीं कर
सकते है।
ये प्रिंटर दूसरे प्रिंटर की तुलना में सस्ते होते हैं और प्रिंटिंग के दौरान
अधिक आवाज करते हैं जिसके कारण इनका प्रयोग कम हो गया है।
इंपैक्ट प्रिंटर के अंदर आपको चार प्रकार के प्रिंटर देखने को
मिलेगा जिसका विवरण कुछ इस प्रकार से है-
नॉन इंपैक्ट प्रिंटर(Non-impact Printer)
नॉन इंपैक्ट प्रिंटर कागज पर प्रहार नहीं करते हैं बल्कि अक्षर या चित्र
प्रिंट करने के लिए स्याही की फुहार कागज पर छोड़ते हैं।
नॉन इंपैक्ट प्रिंटर प्रिंटिंग में इलेक्ट्रोस्टेटिक
केमिकल(Electrostatic Chemical) और इंकजेट तकनीक का प्रयोग किया गया
है।
इसके द्वारा उच्च क्वालिटी के ग्राफिक्स और अच्छी किस्म के अक्षरों को छापा
जाता है।
ये प्रिंटर इंपैक्ट प्रिंटर की तुलना में महंगे होते हैं किंतु इनकी छपाई
इंपैक्ट प्रिंटर की अपेक्षा ज्यादा अच्छी होती है।
नॉन इंपैक्ट प्रिंटर के कुछ प्रमुख प्रकार इस प्रकार से है:-
इंकजेट प्रिंटर के लाभ - Advantage of Inkjet Printer
इंकजेट प्रिंटर के नुकसान - Disadvantage of Inkjet Printer
लेजर प्रिंटर (Laser Printer)
आपने इस लेख में कई प्रकार के प्रिंटरो के बारे में पढ़ा होगा , लेकिन
इनके कार्य करने का तरीका एक-दूसरे से बिल्कुल भिन्न होता है।
अभी हम Laser printer कैसे काम करता है?
इस बारे मे जानेंगे। क्योंकि आज के समय में ये आपको हर जगह देखने
को मिलेगा। एक Laser printer काफी हद तक Photocopiers Machine की तरह दिखाई
देती है, यानी इनकी Printing Technology लगभग same ही होती है।
पोर्टेबल प्रिंटर - Portable Printer
पोर्टेबल प्रिंटर छोटे कम वजन वाले इंकजेट या थर्मल प्रिंटर होते है जो लैपटॉप
कंप्यूटर द्वारा यात्रा के दौरान प्रिंट निकलने की अनुमति देते है।
यह ढोने में आसान इस्तेमाल करने में सहज होते है मगर कापैक्ट डिज़ाइन की
वजह से सामान्य इंकजेट प्रिंटरो के मुकाबले महंगे होते है।
इनकी प्रिंटिंग की गति भी सामान्य प्रिंटर से कम होती है। कुछ प्रिंट डिजिटल
कैमरे से तत्काल फोटो निकालने के लिए इस्तेमाल किये जाते है। इसलिए इन्हें
पोर्टेबल फोटो प्रिंटर कहा जाता है।
मल्टीफंक्शनल/ऑल इन वन प्रिंटर -Multi functional / All in one Printer
ऐसा प्रिंटर जिसके द्वारा हम किसी Document को Scan कर सकते हैं, उसे प्रिंट
कर सकते है तथा प्रिंट करने के बाद फैक्स भी कर सकते हैं उसे मल्टीफंक्शनल
प्रिंटर कहा जाता हैं।
मल्टीफंक्शनल/ऑल इन वन प्रिंटर को मल्टीफंक्शनल डिवाइस (Multi Function
Device) भी कहा जाता है । यह एक ऐसी मशीन है, जिसके द्वारा कई मशीनों के कार्य
जैसे प्रिंटर स्कैनर कॉपीयर तथा फैक्स किये जा सकते है।
मल्टीफंक्शन प्रिंटर घरेलु कार्यालयों (Home Offices) में बहुत लोकप्रिय
होता हैं । इसमें इंकजेट या लेजर प्रिंट विधि का प्रयोग हो सकता है।
कुछ मल्टीफंक्शन प्रिंटरो में मिडिया कार्ड रिडर का प्रयोग होता है, जो
डिजिटल कैमरा से कंप्यूटर के प्रयोग के बगैर सीधे-सीधे इमेज छाप सकता है।
आपने अभी तक जिन प्रिंटर के बारे में पढ़ा वे सभी 2D
प्रिंटर थे। 2D प्रिंटर का मतलब “Two Dimensional" जोकि image को Xaxis और
Yaxis में प्रिंट करता है। लेकिन 3D Printer, 2D प्रिंटर से Advance लेबल का
प्रिंटर होता है।
3D मतलब 3 Dimensional यह X Axis,Y axis और Z Axis में प्रिंट करता है। जिसको
हम चारों तरफ से देख सकते है। अब हम देखेंगे कि 3D प्रिंटर क्या
होता है?
3डी प्रिंटर क्या होता है? - What is 3D Printer?
यह 3D Object को प्रिंट करने की प्रक्रिया है, किसी भी 3D Modeling
प्रोग्राम, जैसे की CAD (Computer-aided design) द्वारा बनाई गई डिजिटल design
या फिर किसी मौजूदा 3D object को scanner द्वारा scan करने से शुरू होती
है।
स्कैनर object की कॉपी बनाकर फिर उसे 3D modeling प्रोग्राम में डालता है और
फिर design को
digital file में बदल दिया जाता है। जोकि उस model की सेकड़ो और हज़ारों
layers बनाता है।
3D Printer, Design की प्रत्येक layer को read करता और फिर उसे एक साथ प्रिंट
करता है।
जिसका परिणाम एक 3D वस्तु होती है और इसे एक Original Digital Model भी कहा
जाता है।
3डी वस्तु को प्रिंट करने का तरीका - How to print 3D object
सबसे पहले CAD या 3D Designer सॉफ्टवेयर का उपयोग करके एक 3D मॉडल तैयार
किया जाता है।
इस ड्राइंग को STL (Standard Tessellation Language) file format में कन्वर्ट
करें क्योंकि 3D
प्रिंटर STL file का उपयोग करता है।
3D प्रिंटर को कंट्रोल करने वाले कंप्यूटर में STL file को ट्रांसफर करें फिर
उससे आप उसका size और
orientation का पता कर सकते है।
आपके द्वारा उपयोग किए जा रहे 3D प्रिंटर को आवश्यकता के अनुसार एक नए
प्रिंट के लिए तैयार
कीजिए।
अब इसको प्रिंट करने की प्रक्रिया शुरू करें इसमें प्रत्येक परत आमतौर पर 0.1
mm मोटी होती है, इसलिए इस object के निर्माण में घंटों से लेकर दिनों तक का
समय लग जाता है और यहां उसके आकार पर निर्भर करती है।
अब आप त्रिविमीय प्रिंटर से object को बाहर निकाले और उसे विषाक्त
पदार्थों या गर्म सतह से बचाये।
अब आप प्रिंट किये गए नए object की सफाई करे जैसे की अवशेषों को ब्रश से अच्छी
तरह से साफ करें। इस कार्य को करते समय सावधानी बरतें।
अब आप अपने नए Printed Object का प्रयोग कर सकते हैं।
इस उदाहरण से आप अच्छी तरह से समझेंगे - Examples of 3D
printer
इससे consumer product का निर्माण होता है जैसे की footwear, furniture आदि।
इसके अलावा इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट, डेंटल प्रोडक्ट, प्राचीन कलाकृतियां,
रंगमंच-सामग्री आदि।
1. प्रिंटर कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर :- प्रिंटर मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं - इम्पैक्ट प्रिंटर और
नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर
इम्पैक्ट प्रिंटर के अंतर्गत निम्न प्रिंटर आते हैं-
नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर के अंतर्गत निम्न प्रिंटर आते हैं-
2. प्रिंटर का आविष्कार कब व किसने किया?
उत्तर :-
प्रिंटर का आविष्कार चेस्टर कार्लसन ने सन 1938 में किया था।
3.आधुनिक युग मे सबसे अच्छा प्रिंटर कौन सी है?
उत्तर :-
वर्तमान समय मे सबसे अच्छा लेजर प्रिंटर है। क्योंकि इससे कम समय में अधिक
कार्य लिया जा सकता है। लेजर प्रिंटर का क्रेज काफी बढ़ गया है।
4. 3D प्रिंटर क्या होता है?
उत्तर :-
3D प्रिंटर आधुनिक युग का Advance प्रिंटिंग मशीन है। जिसके द्वारा किसी भी
object को Three-Dimensional यानी त्रिविमीय आकर में प्रिंट किया जा
सकता है।
5. 3D प्रिंटर का आविष्कार किसने किया?
उत्तर :-
3D प्रिंटर का आविष्कार चक हल ने 1984 में किया था।
6. Printer का आविष्कार किसने और कब किया?
उत्तर:- Computer Printer का इतिहास ज्यादा पुराना भी नहीं है। यह
लगभग वर्ष 1938 के आसपास शुरू हुआ था। जब Chester Carlson नामक व्यक्ति ने
Printer Device का खोज किया था। जिसका नाम Electrophotography रखा था।
7. Printer क्या है Hardware या Software
उत्तर:- चूँकि Printer एक उपकरण है। इसलिए यह Hardware होगा।
Computer के सभी उपकरण Hardware होता है। अगर आपने Printer को देखा है फिर भी
इस तरह का प्रश्न आपके मन में आ रहा है। तब इसका मतलब है कि आपको Hardware और
Software की जानकारी नहीं है। इसलिए सबसे पहले आपको Hardware और Software की
पूरी जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए
8. Printer क्या है Output या Input
उत्तर:- चूँकि Printer के जरिए हमें Output प्राप्त होता है। इसलिए
यह Output Device होगा। Output का मतलब है कि Computer कुछ परिणाम दे रहा है।
Printer के जरिए Output Printed Form में प्राप्त होती है।
आर्टिकल पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद!
प्रतियोगी परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रिंटर से सम्बंधित प्रश्न को और
आपके Knowledge की दृष्टि से इस आर्टिकल को तैयार किया गया है। इस आर्टिकल में
प्रिंटर क्या होता है? प्रिंटर कितने प्रकार के होते हैं? प्रिंटर के कार्य
करने का तरीका तथा 3D प्रिंटर के बारे में बताया गया है। जो परीक्षा की दृष्टि
से महत्वपूर्ण है। आशा करते हैं कि आर्टिकल पढ़ने के बाद कुछ हेल्प हुई
होगी।
प्रिंटर क्या है?| what is a printer?
प्रिंटर कितने प्रकार का होता है?How many types of printer?
इंपैक्ट प्रिंटर (Impact Printer)
डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर (Dot Matrix Printer)
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ड्रम प्रिंटर क्या है? What is a Drum Printer?
नॉन इंपैक्ट प्रिंटर क्या है? What is a non impact printer?
इंकजेट प्रिंटर (Inkjet Printer)
थर्मल प्रिंटर(Thermal Printer)
लेजर प्रिंटर क्या है? what is laser printer?
इलेक्ट्रोमैग्नेटिक प्रिंटर(Electromagnetic Printer)
इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रिंटर( Electrostatic Printer)
Printer कैसे काम करता है?
3D प्रिंटर क्या है? What is a 3D Printer?3D प्रिंटर कैसे काम करता है?
3डी प्रिंटर कैसे काम करता है? – How does 3D Printer work
3D प्रिंटर वास्तु का निर्माण कैसे करता है।
3डी प्रिंटर के लाभ - Advantages of 3D printer
3डी प्रिंटर के नुकसान - Disadvantages of 3D printer
FAQ :-
निष्कर्ष :-